देश के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी के दुवारा मिशन कर्मयोगी योजना 2022 का संचालन किया गया है| 2 सितम्बर 2020 को मिशन कर्मयोगी योजना सिविल अधिकारियो की क्षमता को बढ़ाने के लिए शुरू की गई है | मिशन कर्मयोगी योजना को कैबिनेट बैठक में भी मंज़ूरी दे दी गई है |इसके माध्यम से, सिविल सेवक को विशिष्ट भूमिका-दक्षताओं के साथ सशक्त बनाया जाएगा|योजना के माध्यम से सिविल अधिकारीयों को ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रशिक्षण दिया जायेगा। जिससे की अधिकारीयों की तर्कशक्ति, रचनात्मक, पारदर्शी बनाने के लिए तैयार किया जायेगा ताकि लोगों को सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सके।रकार द्वारा 5 साल का बजट बना दिया गया है जिसमे कुल 510.86 करोड़ निर्धारित किया गया है। दोस्तों यदि आप Mission Karmayogi Yojana से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपसे निवेदन है कि आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।
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Mission Karmayogi Yojana 2022
जैसा के हम आपको बताते चले आ रहे है की मिशन कर्मयोगी योजना के अंतर्गत 46 लाख कर्मचारी आएगे |योजना के माध्यम से कर्मचारियों का स्किल डेवलपमेंट कराया जाएगा |योजना के अंतर्गत ऑन द साइड ट्रेनिंग पर भी ध्यान दिया जाएगा।भारत में सिविल सेवकों के लिए क्षमता निर्माण के लिए नींव रखने के लिए सिविल सेवा क्षमता निर्माण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम सावधानीपूर्वक बनाया गया है।अधिकारीयों को लेपटॉप वितरण किये जायेंगे। कर्मचारियों अधिकारीयों को प्रशिक्षण देने के लिए अलग विभाग से टॉप अधिकारीयों को सम्मिलित किया जायेगा।योजना के अंतर्गत नियुक्ति के बाद सिविल अधिकारी की क्षमता बढ़ाने के लिए उन्हें ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी। जिससे कि अधिकारियों का प्रदर्शन बेहतर हो पाएगा।
मिशन कर्मयोगी योजना का उद्देश्य
मिशन कर्मयोगी योजना को आरम्भ करने का मुख्य उद्देश्ये यही है की सरकारी कर्मचारियों की क्षमता को बढ़ावा दिया जाए| इसके अंतर्गत कई से ऐसे संशोधन किये जायगे जिससे की कर्मचारियों को कार्य क्षमता को बढ़ाया जाए |जैसे की कर्मचारियों को ट्रेनिंग प्रदान की जायगी साथ ही ई ,लर्निंग कंटेंट भी प्रदान किये जायगे |जिसके तहत सरकारी विभागों में मौजूद सभी कर्मचारियों की योग्यता को एक नई दिशा प्रदान की जाएगी।मिशन कर्मयोगी का अभिप्राय आने वाले कल के लिए भारतीय सिविल सेवक को अधिक क्रिएटिव , इमैजिनेटिव , एक्टिव , प्रोफेशनल, प्रोग्रेसिव , एनर्जेटिक, समर्थ, ट्रांसपेरेंट और टैक्नोलॉजी-कैपेबल बनाकर उपस्थित करना है। ताकि वो अपनी बेहतर क्षमता के साथ अपना कार्य कर सकें।सिविल सेवा से जुड़े सभी कर्मचारी और अधिकारी किसी भी समय अपना योजना के अंतर्गत शामिल हो सकते हैं और ट्रेनिंग ले सकते हैं इससे जुड़ने के बाद आपको ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए लेपटॉप, मोबाइल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
Highlights Of Mission Karmayogi Yojana 2022
योजना का नाम | मिशन कर्मयोगी योजना 2022 |
शुरू किया गया | भारत सरकार |
लाभार्थी | सरकारी कर्मचारी |
उद्देश्य | कर्मचारियों का कौशल विकास करना। |
साल | 2022 |
आवेदन मोड़ | Online |
श्रेणी | केंद्र सरकार |
आधिकारिक वेबसाइट | https://www.pmindia.gov.in/ |
मिशन कर्मयोगी योजना के लाभ तथा विशेषताएं
- 2 सितम्बर 2020 को मिशन कर्मयोगी योजना सिविल अधिकारियो की क्षमता को बढ़ाने के लिए शुरू की गई है |
- मिशन कर्मयोगी योजना को कैबिनेट बैठक में भी मंज़ूरी दे दी गई है |
- रकार द्वारा 5 साल का बजट बना दिया गया है जिसमे कुल 510.86 करोड़ निर्धारित किया गया है।
- आपको ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए लेपटॉप, मोबाइल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
- मिशन कर्मयोगी का लक्ष्य भारतीय सिविल सेवक को अधिक रचनात्मक, कल्पनाशील, अभिनव, सक्रिय, पेशेवर, प्रगतिशील, ऊर्जावान, सक्षम, पारदर्शी और प्रौद्योगिकी-सक्षम बनाकर भविष्य के लिए तैयार करना है।
- योजना में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ एक नई एचआर परिषद, चयनित केंद्रीय मंत्री तथा मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
- 5 वर्ष के लिए 2020-21 से 2024-25 तक योजना को चलाया जायेगा। जिस पर होने वाला व्यय पहले से ही तय किया जा चुका है।
- ऑफ साइट सिखने की पद्धति को बेहतर बनाने के लिए ऑन साइट सीखने की पद्धति को बेहतर बनाना।
- योजना के अंतर्गत ऑन द साइड ट्रेनिंग पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।
- योजना के माध्यम से प्रणाली में पारदर्शिता आएगी तथा अधिकारियों के काम करने की शैली में भी सुधार आएगा।
- योजना के अंतर्गत एक स्वामित्व वाली विशेष परियोजना वाहन कंपनी का गठन किया जाएगा। जो iGOT कर्मयोगी की प्लेटफार्म का स्वामित्व और प्रावधान करेगी।
- मिशन कर्मियों की योजना के अंतर्गत कई सारी स्किल डेवलप की जाएगी जैसे कि क्रिएटिविटी, कल्पनाशीलता, इनोवेटिव, प्रगतिशील, ऊर्जावान, पारदर्शिता आदि
- मिशन कर्मयोगी का अभिप्राय आने वाले कल के लिए भारतीय सिविल सेवक को अधिक क्रिएटिव , इमैजिनेटिव , एक्टिव , प्रोफेशनल, प्रोग्रेसिव , एनर्जेटिक, समर्थ, ट्रांसपेरेंट और टैक्नोलॉजी-कैपेबल बनाकर उपस्थित करना है।
- अधिकारीयों की तर्कशक्ति, रचनात्मक, पारदर्शी बनाने के लिए तैयार किया जायेगा ताकि लोगों को सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सके।