दोस्तों आज हम आपको मध्यप्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री प्याज प्रोत्साहन योजना [Onion Incentive Scheme] के बारे में बताएँगे। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी ने किसानो को प्याज का सही भाव दिलाने के उद्देश्य से इस योजना की शरूआत की है। इस योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश सरकार उन किसानो को प्रोत्साहन व 75% सहायता प्रदान करेगी जो मध्यप्रदेश से प्याज ऊंचे दामों खरीद कर मध्यप्रदेश से बाहर बेचेंगे।
मध्यप्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री प्याज प्रोत्साहन योजना की 9 मार्च 2019 को आधिकारिक शरूआत की है। इस योजना के तहत मध्यप्रदेश सरकार किसानो को प्याज के सही मूल्य दिलाने के लिए प्रत्तिबद्ध है। योजना के स्वरुप के अंतर्गत सरकार सहकारी विपणन समितियों, कृषि उत्पादक संगठनों, सार्वजनिक क्षेत्रों, निजी संस्थानों और व्यापारियों को किसानो से प्याज 800 रू प्रति क्विंटल खरीदने के लिए प्रोत्साहित करेगा। अक्सर मध्यप्रदेश में देखा जाता है की मध्यप्रदेश में प्याज आने के बाद वहा की मंडियों में दामों में बड़ी गिरावट देखने को मिलती है। जबकि किसान दिल्ली ,कोलकाता ,मद्रास व लखनऊ जैसे बड़े शहरों में प्याज केअच्छे दाम प्राप्त करते है।
About Madhya Pradesh CM Onion Incentive Scheme
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MP Chief Minister’s Onion Incentive Scheme 2019
मध्यप्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री प्याज प्रोत्साहन योजना 2019 [MP Chief Minister Onion Incentive Scheme] के अंतर्गत प्याज की उपज के लिए किसानों को उचित मूल्य प्रदान करने की घोषणा की है। अब सभी खरीदार (व्यापारी) 800 रू प्रति क्विंटल से कम में प्याज नहीं खरीद पाएंगे। इसके अलावा जो व्यापारी प्याज 800 रू क्विंटल से अधिक मूल्य में प्याज खरीदते हैं उन्हें राज्य के बाहर मंडियों में प्याज बेचने पर परिवहन और भंडारण पर खर्च का 75% अनुदान मिलेगा। इसके अतिरिक्त यदि राज्य सहकारी विपणन समितियाँ या कृषि उत्पादक संगठन मध्यप्रदेश राज्य के बाहर के किसानों से खरीदे गए प्याज को बेचते हैं तो ऐसे संगठनों को परिवहन और भंडारण की लागत का प्रतिशत मिलेगा।
Benefits of MP Chief Minister Onion Incentive Scheme
यदि सरकार के इन सभी प्रयासों के बावजूद यदि प्याज की कीमते नीचे आती हैं तो बाजार में मई और जून महीनों में 800 रुपये प्रति क्विंटल और उसके बाद निश्चित मंडियों के मूल्य और बिक्री के समर्थन मूल्य का अंतर बी / डब्ल्यू मॉडल। 800रू प्रति क्विंटल का भुगतान सीधे किसानों के बैंक खातों में किया जाएगा। इस अंतर राशि का लाभ उठाने के लिए किसानों को पंजीकृत होना चाहिए और अकेले इस अवधि के दौरान प्याज बेचना चाहिए।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सभी किसानों से आग्रह किया कि वे बाजार में बिक्री के लिए अपने पूरे प्याज को न लाएं। क्योंकि जब किसान अपनी पूरी उपज को बाजार में लाता है तो इससे प्याज की कीमतों (कीमत में गिरावट) पर अनावश्यक दबाव पड़ता है। इसलिए किसानो से आग्रह किया गया है की फसल के आगमन के समय केवल उस राशि का प्याज बेचे जिसकी उन्हें आवश्यकता है तदुपरांत किसान प्याज की शेष उपज को स्टोर कर सकते हैं। इस कदम से मंडियों में प्याज की कीमतों पर कोई असर नहीं पड़ेगा और किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिलेगा।
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