Jharkhand Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan: आज के इस महिला सशक्तिकरण के समय मे झारखण्ड सरकार के द्वारा नयी पहल की गयी है| जिसमे सरकार महिलाओ को रोज़गार प्रदान करेगी| Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan (ASHA) की पहल झारखण्ड के मुख्य मंत्री श्री हेमंत सोरेन द्वारा 29 सितम्बर 2020 को की गयी है| इस अभियान के अन्तर्गत महिलाओ को रोज़गार प्रदान करा कर उनको आर्थिक रूप से मदद करना आशा का उद्देशय है। इस योजना के कारण झारखण्ड की आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओ की मदद करना भी झारखण्ड सरकार का उद्देश्य है। जिससे महिलाये आत्मनिर्भर बन अपना जीवन यापन कर सके|
आज हम आपको आशा योजना (झारखण्ड आजीविका संवर्धन हुनर अभियान) के जुडी सारी जानकारियों से अवगत कराएँगे| सारी जानकारिया पाने के लिए पोस्ट को अंत तक पढ़े |
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Jharkhand Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan 2023
इस योजना के अंतर्गत झारखण्ड सरकार के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी ने प्रदेश की 17 लाख ग्रामीण महिलाओ को विभिन्न प्रकार के रोज़गार अवसर प्रदान कराना है जिसके कारण महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिले तथा ग्रामीण महिलाओ मे आत्मनिर्भरता उत्पन्न हो| झारखण्ड सरकार आशा योजना के माध्यम से घरेलू उत्पादनो को उत्पादन महिलाओ द्वारा कराना तथा उनके बनाये उत्पादों को बाज़ार से जोड़ना और महिलाओ को रोज़गार प्रदान करना है|
आजीविका संवर्धन हुनर अभियान का मूलभूत उद्देश्य
इस अभियान को शुरू करने का उद्देश्य हडिया दारु बेचने वाली महिलाओं में सशक्तिकरण दर को बढ़ाना है। राज्य की महिलाओं को आजीविका संवर्धन हुनर अभियान के जरिए काउंसलिंग करके मुख्यधारा की आजीविका से जोड़ने का प्रयास किया जायगा। ताकि राज्य में अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके। अब झारखण्ड में किसी भी महिला को हड़िया दारू बेचने की आवश्यकता नहीं होगी। क्योंकि उन सभी महिलाओ को योजनाओ के माध्यम से अभियान से जोड़ कर बेहतर से बेहतर रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा। इस योजना माध्यम से महिलाये हड़िया दारू के बेचने के काम को छोड़कर सम्मानजनक कार्य कर सकेंगी।
Details of Jharkhand Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan (ASHA YOJANA)
योजना का नाम | झारखण्ड आजीविका संवर्धन हुनर अभियान |
किसके द्वारा लांच की गयी | झारखण्ड सरकार |
लाभार्थी | विशेषकर झारखण्ड की ग्रामीण महिलाये |
उद्देश्य | महिलाओ रोज़गार के अवसर को बढ़ावा |
आधिकारिक वेबसाइट | जल्दी प्रारम्भ की जाएगी |
दिनांक | 29 सितम्बर 2020. |
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Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan को क्यों किया गया है शुरू
झारखंड में कई महिलाएं ऐसी थी जो अपना और अपने परिवार का दैनिक खर्च चलाने के लिए सड़कों पर हंडिया दारू बेचने के लिए मजबूर थी। लेकिन अब इस योजना के माध्यम से महिलाओं को कृषि आधारित आजीविका, पशुपालन, वनोपज संग्रहण, उद्यमिता समेत स्थानीय संसाधनों से जुड़े स्वरोजगार के अवसर मुहैया करवाए जाएंगे। ताकि वह भी एक बेहतर रोजगार से जुडकर समाज में सम्मानजनक जीवन जी सकें। यह अभियान राज्य की लाखों हंडिया दारु बेचने वाली महिलाओं के लिए एक वरदान है। झारखंड की मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी का इस अभियान को शुरू करने का निर्णय बहुत ही सराहनीय है क्योंकि इसके माध्यम मजबूरी में सड़कों पर हंडिया दारू बेचने वाली महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ेंगे। जिसके माध्यम से महिलाओं मे आत्मविश्वास की वृद्धि होगी।
प्लाश ब्रांड की जानकारी
प्लाश ब्रांड झारखण्ड सरकार द्वारा निर्मित ब्रांड है। जिसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के घरेलु उपयोग की वस्तुओ का निर्माण होता है। सरकार अब इस ब्रांड को भारत की अन्य हिस्सों तथा दुनिया मे आगे ले जाना चाहती है और अभी प्लाश ब्रांड मे अन्य कई उत्पादों को भी जोड़ा जायेगा। जिसके कारण महिलाओ को रोज़गार के वैकल्पिक अवसरों को प्रदान करना सरकार का कर्त्तव्य है। जिस तरह अमूल और लिज्जत पापड़ जैसी कोऑपरेटिव सोसाइटी कमपनीज़ महिलाओ के सशक्तिकरण मे अपना योगदान दे रही है। उसी तरह प्लाश ब्रांड भी महिला सशक्तिकरण मे अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
Jharkhand Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan के लिए आवंटित बजट
झारखण्ड सरकार द्वारा Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan के लिए 600 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया गया है एवं मुख्य मंत्री जी के द्वारा दुमका के मंडलो मे 150 करोड़ रूपए की मदद प्रदान की गयी है| इस योजना को ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित किया जायेगा। झारखण्ड सरकार रोज़गार के अवसर प्रदान करने मे सक्षम तथा अग्रसर है। प्रतिदिन सरकार के द्वारा विभिन्न छेत्रो मे रोज़गार के अवसर प्रदान किये जा रहे है ।
आजीविका संवर्धन हुनर अभियान (ASHA) के लाभ तथा विशेषताएं
- Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan झारखंड की हड़िया दारू बेचने वाली महिलाओं के लिए आरंभ की गई है। इस योजना के माध्यम से हड़िया दारु बेचने वाली महिलाओं को रोजगार तथा स्व रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
- इस योजना के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण होगा तथा महिलाओ मे आत्मनिर्भरता भी आएगी। ।
- ASHA से झारखंड की महिलाओं को कृष आधारित आजीविका, पशुपालन, वनोपज संग्रहण, उद्यमिता समेत स्थानीय संसाधनों से जुड़े स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
- इस योजना के माध्यम से लगभग 17 लाख ग्रामीण परिवारों को जोड़ा जाएगा।
- अब झारखंड की महिलाओं का अपने घर का खर्च चलाने के लिए हड़िया दारु बेचने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
- झारखंड आजीविका संवर्धन हुनर योजना के माध्यम से झारखंड की महिलाओं को रोजगार तथा स्व रोजगार के अवसर मिलेंगे।
- इस योजना का बजट सरकार द्वारा 600 करोड़ रुपए का निर्धारित किया गया है।
- Jharkhand Aajivika Samvardhan Hunar Abhiyan का संचालन ग्रामीण विकास विभाग द्वारा किया जाएगा।
ASHA की पात्रता तथा आवश्यक दस्तावेज
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को झारखंड का स्थाई निवासी होना अनिवार्य है।
- आधार कार्ड ।
- राशन कार्ड ।
- निवास प्रमाण पत्र ।
- मोबाइल नंबर ।
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ ।
ASHA के आवेदन की प्रक्रिया
योजना की शुरुआत अभी थोड़े दिनों पहले ही हुई है जैसे ही झारखण्ड आजीविका संवर्धन हुनर अभियान के लिए आवेदन शुरू होंगे| हम आपको आधिकारिक वेबसाइट का ऑफिशियल लिंक प्रदान कर देंगे. योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी वेबसाइट के साथ बने रहे ।
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